हिम सन्देश, 15 दिसम्बर 2022, गुरुवार, देहरादून। उत्तराखंड सरकार ने लंबे समय से अनुपस्थित चल रहे 61 सरकारी डॉक्टरों की सेवायें समाप्त कर उन्हें बर्खास्त कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए। राज्य सरकार ने प्रांतीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा (पीएमएचएस) संवर्ग में तैनात 61 चिकित्सा अधिकारियों को बाहर करने का आदेश गुरुवार को जारी कर दिया। ये सभी बिना प्राधिकरण के अनुपस्थित थे। अपर सचिव अमनदीप कौर ने एक अधिसूचना जारी की है।
इनमें से कुछ डॉक्टर ऐसे भी हैं जिनका मैदानी जनपदों से पहाड़ी जनपदों में तबादला कर दिया तो इन्होंने वहाँ ज्वाइनिंग ही नहीं दी। कई बार इनको नोटिस भी भेजे गये लेकिन इन्होंने उसका जवाब देना भी जरूरी नहीं समझा जिसके बाद विभाग ने सेवा समाप्त करने का फैसला लिया। इसमें पौड़ी गढ़वाल, बागेश्वर, उधमसिंहनगर, टिहरी, नैनीताल, पिथौरागढ़, चंपावत, अल्मोड़ा, चमोली के साथ ही उत्तरकाशी जनपद से जुड़े हुए डॉक्टर भी हैं। इसमें बांड और नॉन बांडधारी दोनों तरह के डॉक्टर हैं। इन डॉक्टरों की जगह जल्दी नए डॉक्टरों की तैनाती की बात कही जा रही है, जिससे आम जनमानस को सुविधाओं के साथ स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत किया जा सके।
विदित रहे कि इससे पहले भी लंबे समय से अनुपस्थित चल रहे 81 सरकारी डॉक्टरों की सेवायें समाप्त कर उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था। इसके साथ ही साल 2010 से 2015 के बीच विभाग में नियुक्ति पाने के बावजूद उपस्थित न होने वाले 426 डॉक्टरों की सेवायें समाप्त कर दी थीं।
More Stories
अभिनेत्री पद्मिनी कोल्हापुरे ने सीएम धामी से की मुलाकात
मुख्यमंत्री धामी ने 188.07 करोड़ की 74 योजनाओं का किया लोकर्पण और शिलान्यास
निकाय चुनाव- पर्यवेक्षकों की टीम आज पार्टी नेतृत्व को सौंपेंगे नामों के पैनल