कोलकाता: कोलकाता में एक रेप और हत्या मामले को लेकर पश्चिम बंगाल में हंगामा मच गया है, जिससे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के कई नेता निशाने पर हैं। हाल ही में, टीएमसी सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय नेता अभिषेक बनर्जी की 11 वर्षीय बेटी को अज्ञात शख्स द्वारा बलात्कार की धमकी दिए जाने की घटना ने भारी बवाल खड़ा कर दिया है।
बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने लिया संज्ञान
पश्चिम बंगाल बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने इस मामले पर तुरंत संज्ञान लेते हुए पुलिस को शीघ्र कार्रवाई का निर्देश दिया है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें एक शख्स को अभिषेक बनर्जी की बेटी के बलात्कार की धमकी देते हुए और इस अपराध को अंजाम देने वाले को 10 करोड़ रुपये इनाम देने की घोषणा करते हुए सुना जा सकता है।
बाल अधिकार आयोग की टिप्पणी
पश्चिम बंगाल बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने इस वीडियो को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। आयोग ने कहा, “इस वीडियो में दिखाया गया व्यक्ति अभिषेक बनर्जी की नाबालिग बेटी के साथ बलात्कार की धमकी दे रहा है और ऐसा करने वाले को 10 करोड़ रुपये का इनाम देने की घोषणा कर रहा है। यह बदमाश के गंदे इरादों और सार्वजनिक रूप से की गई अभद्र टिप्पणी के समान है, जो एक नाबालिग लड़की की गरिमा को ठेस पहुंचाने और उसकी सुरक्षा को खतरे में डालने के बराबर है।”
POCSO एक्ट के तहत कार्रवाई की मांग
आयोग ने पुलिस से यौन अपराधों से बच्चों के कड़े संरक्षण (POCSO) अधिनियम, किशोर न्याय अधिनियम और बाल अधिकारों पर संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन के तहत कार्रवाई करने का आह्वान किया है। आयोग ने कहा, “जब पूरा राज्य आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के डॉक्टर के दुखद निधन पर शोक मना रहा है, वहीं दूसरी ओर बलात्कार की धमकी देना कानून का उल्लंघन है। अगर इस पर दंडात्मक उपाय नहीं किए गए तो समाज में एक खतरनाक संदेश जा सकता है। ऐसे बयान से केवल संबंधित नाबालिग लड़की ही नहीं, बल्कि सभी नाबालिग लड़कियां खतरे में हैं।” आयोग ने पुलिस से इस मामले में दो दिन के भीतर कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है।
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