प्रदेश के सीमांत, दूरस्थ और दुर्गम क्षेत्र के बच्चों में वैज्ञानिक चेतना विकसित करने के लिए उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (यूकॉस्ट) शनिवार से प्रथम राज्य स्तरीय सीमांत पर्वतीय जनपद बाल विज्ञान महोत्सव शुरू करेगा। इसमें छह सीमांत जिलों के 250 स्कूली बच्चे शामिल होंगे।
यूकॉस्ट की ओर से चंपावत के जवाहर नवोदय विद्यालय में 19 व 20 को विज्ञान महोत्सव होगा। यूकॉस्ट के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत ने बताया कि राज्य के छह सीमांत जिलों उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, चंपावत और पिथौरागढ़ के 250 स्कूली बच्चे पिछले कुछ हफ्तों में चयनित हुए हैं, जो इस बाल विज्ञान महोत्सव में शामिल होंगे।
दो दिवसीय महोत्सव का उद्देश्य राज्य के दूरस्थ विद्यालयों के छात्रों को पारंपरिक ज्ञान के प्रति संवेदनशील बनाते हुए उनमें वैज्ञानिक सोच का विकास करना और आधुनिक विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का राज्य में वृहद लोकव्यापीकरण करना है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज शनिवार को इस महोत्सव की शुरुआत करेंगे।
इसके बाद 20 नवंबर को राज्यपाल ले. जनरल (सेनि) गुरमीत सिंह समापन समारोह में शामिल होंगे। यूकॉस्ट के प्रबंधक जनसंपर्क अमित पोखरियाल ने बताया कि इस अनोखे बाल विज्ञान महोत्सव में प्रतिभागियों को विज्ञान प्रदर्शनी, वैज्ञानिक कार्यशाला, दूरबीन के माध्यम से आकाश अवलोकन, तारामंडल शो, विज्ञान फिल्म शो आदि के माध्यम से आमंत्रित वैज्ञानिकों के साथ चर्चा करने, उनके व्याख्यान सुनकर उनसे मार्गदर्शन लेने का अवसर भी मिलेगा।
महोत्सव में जूनियर वर्ग कक्षा छह से आठवीं और एवं सीनियर वर्ग कक्षा नौ से 12वीं तक के छात्रों के लिए पोस्टर प्रतियोगिता (स्थानीय पारंपरिक ज्ञान प्रणाली), नाटक (पर्यावरण संरक्षण जागरुकता) विज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, कविता पाठन (हिंदी एवं स्थानीय भाषा), कविता पाठन अंग्रेजी का आयोजन किया जा रहा है। देशभर से कई वरिष्ठ वैज्ञानिक, विशेषज्ञ और चिंतक इस महोत्सव में शामिल हो रहे हैं।
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