कुछ लोग फीवर में नहाना पसंद नहीं करते है, तो कुछ फीवर आने पर भी नहाना पसंद करते हैं, लेकिन बहुत कम लोग ही जानते हैं बुखार में नहाना चाहिए या नहीं। आइए जानते हैं डॉक्टर इसको लेकर क्या सलाह देते हैं…
बुखार में नहाना चाहिए या नहीं
डॉक्टर के मुताबिक, बुखार में नहाने में कोई दिक्कत नहीं होती है। बुखार आने पर बॉडी टेंपरेचर बढ़ जाता है। बॉडी में दर्द भी शुरू होता है, कमजोरी आ जाती है। ऐसे में कुछ लोगों का मन नहाने को नहीं करता है। ऐसी सिचुएशन में गुनगुने पानी से नहाना फायदेमंद हो सकता है। नहाने से फीवर का असर कम हो सकता है। इससे मसल्स रिलैक्स रहता है। हल्के गर्म पानी से नहाते हैं तो शरीर दर्द से छुटकारा मिल सकता है। हालांकि, अगर बुखार ज्यादा रहे तो अधिक ठंडे पानी से नहाने से बचना चाहिए।
वायरल फीवर में नहाने में क्या करें
1. बुखार आने पर ज्यादा गर्म या ठंडे पानी की बजाय गुनगुने पानी से नहाना चाहिए. इससे शरीर रिलैक्स होता है, दर्द दूर होता है।
2. बुखार में नहाने जा रहे हैं तो कुछ ही समय के लिए नहाएं. लंबे समय तक पानी में रहने से परेशानी बढ़ सकती है।
3. माइल्ड साबुन और पानी से शरीर को धीरे-धीरे साफ करें. पसीना जमने वाली जगह को अच्छी तरह साफ करें ताकि बैक्टीरिया या फंगल इंफेक्शन न होने पाए।
वायरल फीवर नहाने समय क्या न करें
1. बुखार में ठंडे पानी से न नहाएं. इससे रक्त वाहिकाएं सिकुडऩे का खतरा रहता है, जो कंपकपी पैदा कर शरीर की एनर्जी खत्म कर सकती है।
2. ज्यादा देर तक नहाने से बचें।
3. अधिक गर्म पानी से नहाने से रक्त वाहिकाएं ज्यादा फैल सकती हैं, जिससे ब्लड प्रेशर नीचे आ सकता है और चक्कर या बेहोशी हो सकती है।
4. ज्यादा रगड़-रगड़ कर नहाने से बचें. इससे शरीर अधिक उत्तेजित हो सकता है, जिससे थकान बढ़ सकती है।
5. बुखार में नहाने का मन नहीं है तो नॉर्मल पानी में तौलिया भिगोकर शरीर को धीरे-धीरे साफ कर लें। इससे बुखार से राहत मिल सकती है।
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