December 24, 2024

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26 जून को होगा लोकसभा स्पीकर का चुनाव

26 जून को होगा लोकसभा स्पीकर का चुनाव

नई दिल्ली। मोदी सरकार 3.0 में संसदीय कार्य मंत्री के तौर पर शपथ लेने वाले मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि 18वीं लोकसभा का पहला सत्र नवनिर्वाचित सदस्यों के शपथ ग्रहण के साथ 24 जून को शुरू होगा और 3 जुलाई को समाप्त होगा. सत्र के पहले तीन दिनों में नवनिर्वाचित नेता शपथ लेंगे और सदन के अध्यक्ष का चुनाव करेंगे. इसके साथ ही 26 जून को लोकसभा स्पीकर का भी चुनाव होगा. इसी सत्र में मोदी सरकार का पूर्ण बजट 2024 भी पेश किया जाएगा. नई लोकसभा के पहले सत्र में निर्मला सीतारमण पूर्ण बजट पेश करने की तैयारी कर चुकी हैं. वित्त मंत्री जुलाई के तीसरे हफ्ते में मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश कर सकती हैं.

निर्मला सीतारमण पेश करेंगी पूर्ण बजट
24 जून, 2024 से शुरू हो रहे पहले सत्र में नवनिर्वाचित संसद सदस्य शपथ ग्रहण और अध्यक्ष के चुनाव के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 27 जून को लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी जिसमें नई सरकार की अगले पांच साल की रूपरेखा पेश की जा सकती है. सत्र तीन जुलाई को संपन्न होगा. सत्र के पहले तीन दिन में नवनिर्वाचित सदस्य शपथ लेंगे तथा लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा. संसद के दोनों सदनों की अगली बैठक जुलाई के तीसरे सप्ताह में बुलाई जा सकती है जिसमें केंद्रीय बजट पेश किया जाएगा. इसी के साथ निर्मला सीतारमण लगातार सात केंद्रीय बजट पेश करने वाली पहली वित्त मंत्री बन जाएंगी. आगामी बजट के साथ वह मोरारजी देसाई के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ देंगी. देसाई ने लगातार छह बजट पेश किए थे.

राज्यसभा का 264वां सत्र कब होगा शुरू?
रिजिजू ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ’18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून 2024 से तीन जुलाई 2024 तक नवनिर्वाचित सदस्यों के शपथ, अध्यक्ष के चुनाव, राष्ट्रपति के अभिभाषण और उस पर चर्चा के लिए आहूत किया जा रहा है.’ उन्होंने कहा कि राज्यसभा का 264वां सत्र 27 जून को शुरू होगा और तीन जुलाई को संपन्न होगा. समझा जाता है कि प्रधानमंत्री मोदी 27 जून को राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद संसद में अपनी मंत्रिपरिषद के सदस्यों का परिचय देंगे. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विपक्ष द्वारा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार को विभिन्न मुद्दों पर घेरने की कोशिश की जा सकती है. प्रधानमंत्री संसद के दोनों सदनों में, राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देंगे।