लेटरल बैंड वॉक एक अहम एक्सरसाइज है, जो कूल्हों की स्थिरता और ताकत को बढ़ाने में मदद करता है।यह एक्सरसाइज खासकर उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जो दौड़ते, खेलते या काम के कारण लंबे समय तक खड़े रहते हैं।इस लेख में हम लेटरल बैंड वॉक के अलग-अलग पहलुओं पर चर्चा करेंगे और जानेंगे कि इसे कैसे सही तरीके से किया जा सकता है और इसे करते समय क्या-क्या सावधानी बरतनी चाहिए।
लेटरल बैंड वॉक का महत्व
लेटरल बैंड वॉक कूल्हों की मांसपेशियों को मजबूत करने का एक बेहतरीन तरीका है। यह ग्लूटस मेडियस और मिनिमस मांसपेशियों को सक्रिय करता है, जो कूल्हों की स्थिरता बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं।इसके नियमित अभ्यास से न केवल चोट लगने का खतरा कम होता है बल्कि शरीर का संतुलन भी बेहतर होता है और चलने-फिरने में आसानी होती है।यह एक्सरसाइज खासकर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो दौड़ते हैं या खेल खेलते हैं।
लेटरल बैंड वॉक करने का तरीका
लेटरल बैंड वॉक करते समय सही तकनीक अपनाना बहुत जरूरी है।सबसे पहले अपने पैरों के चारों ओर एक रेजिस्टेंस बैंड बांधें और घुटनों को हल्का मोड़ें, फिर धीरे-धीरे एक पैर को साइड में उठाएं और दूसरे पैर को उसके पास लाएं। इस प्रक्रिया को दूसरी दिशा में दोहराएं।ध्यान रखें कि आपकी पीठ सीधी होनी चाहिए और पेट अंदर खींचा हुआ होना चाहिए।
नियमित अभ्यास करें
लेटरल बैंड वॉक का अधिकतम लाभ पाने के लिए इसे नियमित रूप से करना जरूरी है। सप्ताह में कम से कम तीन बार इस एक्सरसाइज का अभ्यास करें।हर सेट में 10-15 कदम लें और धीरे-धीरे इसकी संख्या बढ़ाते जाएं। शुरुआत में हल्के रेजिस्टेंस वाले बैंड का उपयोग करें ताकि आप आसानी से इसे कर सकें।सही तकनीक अपनाना भी जरूरी है ताकि आपको इसका पूरा लाभ मिल सके और किसी प्रकार की चोट से बचा जा सके।
अन्य एक्सरसाइज के साथ संयोजन
लेटरल बैंड वॉक को अन्य एक्सरसाइज के साथ मिलाकर करने से इसका प्रभाव बढ़ जाता है। स्क्वाट्स, लंजेस और ग्लूट ब्रिज जैसी एक्सरसाइज भी कूल्हों की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। इन सभी एक्सरसाइज का संयोजन आपके फिटनेस स्तर को बेहतर बनाएगा और आपकी कूल्हों की स्थिरता को और भी बढ़ाएगा।नियमित अभ्यास से न केवल आपकी ताकत बढ़ेगी बल्कि चोट लगने का खतरा भी कम होगा और आपका शरीर संतुलित रहेगा।
इस एक्सरसाइज को करते समय बरतें ये सावधानियां
लेटरल बैंड वॉक एक सुरक्षित एक्सरसाइज माना जाता है, लेकिन कुछ सावधानियां बरतना जरूरी है। अगर आपको किसी प्रकार का दर्द या असुविधा महसूस हो तो तुरंत रुक जाएं और किसी विशेषज्ञ से सलाह लें। इसके अलावा शुरुआत में हल्के रेजिस्टेंस वाले बैंड का उपयोग करें ताकि आप आसानी से इसे कर सकें। इस प्रकार लेटरल बैंड वॉक न केवल आपके कूल्हों की स्थिरता बढ़ाता है बल्कि आपके पूरे शरीर की ताकत भी सुधारता है।
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