December 23, 2024

हिम सन्देश

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हरियाणा चुनाव- एक हफ्ते बाद मतदान, BJP और कांग्रेस में सीएम पद पर संशय

हरियाणा चुनाव- एक हफ्ते बाद मतदान, BJP और कांग्रेस में सीएम पद पर संशय

चंड़ीगढ। हरियाणा विधानसभा चुनाव में अब एक हफ्ते से भी कम समय बचा है। राज्य की सभी 90 विधानसभा सीटों पर 5 अक्टूबर को मतदान होगा, और नतीजे 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) लगातार तीसरी बार सत्ता में आने की उम्मीद कर रही है, जबकि कांग्रेस भी पूरी तैयारी के साथ चुनावी मैदान में है। हालांकि, दोनों ही पार्टियों ने अब तक मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। कांग्रेस में तो मुख्यमंत्री पद के लिए कई दावेदार हैं, वहीं BJP में भी इसे लेकर चर्चाएं हैं।

कुमारी शैलजा का दावा: ‘इस बार बनेगी कांग्रेस की सरकार’
चुनाव के मद्देनजर हरियाणा की पूर्व कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता कुमारी शैलजा ने प्रचार अभियान को तेज कर दिया है। उन्होंने अंबाला कैंट में कांग्रेस उम्मीदवार परविंदर सिंह परी के पक्ष में प्रचार किया। इस दौरान शैलजा ने दावा किया कि इस बार कांग्रेस की लहर है और राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है। उन्होंने याद दिलाया कि लोकसभा चुनावों में भी अंबाला और सिरसा की सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी, और अब विधानसभा चुनावों में भी बदलाव का समय है।

अंबाला में कांग्रेस प्रत्याशी के लिए किया प्रचार
कुमारी शैलजा ने कहा कि अंबाला कैंट से कांग्रेस के प्रत्याशी परविंदर सिंह परी ने काफी मेहनत की है। उन्होंने बीजेपी की सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन में सक्रिय भूमिका निभाई है। शैलजा ने यह भी बताया कि राहुल गांधी जल्द ही हरियाणा का दौरा करेंगे।

चुनाव के बाद तय होगा मुख्यमंत्री
कुमारी शैलजा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस कितनी सीटें जीतेगी, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है, लेकिन पार्टी के पक्ष में सीटों की संख्या लगातार बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि कुल 90 सीटों पर कांग्रेस 89 सीटों पर और एक सीट पर उनके कम्युनिस्ट साथी चुनाव लड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री पद के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने स्पष्ट किया कि चुनाव के बाद पार्टी का हाईकमान मुख्यमंत्री का निर्णय करेगा।

BJP द्वारा कांग्रेस में आंतरिक मतभेदों की बात उठाने पर शैलजा ने कहा कि पहले BJP को अपना घर संभालना चाहिए। कांग्रेस के आंतरिक मसले पार्टी के भीतर ही सुलझाए जाएंगे।