लखनऊ। लगातार छठे गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए इस साल 11 नवंबर को लगभग 25,000 वालंटियर्स अयोध्या के 51 घाटों पर 24 लाख दीये जलाएंगे। अयोध्या में इस दीपोत्सव पर 21 लाख मिट्टी के दीये जलाने के लक्ष्य को हासिल करने के उद्देश्य से सरकार अपने ही पिछले रिकॉर्ड को तोडऩे की योजना बना रही है।
आयोजन में करीब एक लाख लीटर तेल का इस्तेमाल होगा। कार्यक्रम के आयोजक राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय ने 21 लाख दीये सफलतापूर्वक जलाने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए 24 लाख दीये लगाने का निर्णय लिया है। अवध विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने कहा, बड़ी संख्या में दीये जल्द ही बुझ जायेंगे। एहतियात के तौर पर हम 24 लाख दीये जलाएंगे ताकि अगर दो-तीन लाख दीये बुझ जाएं तो 21 लाख दीये जलाकर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया जा सके।
अयोध्या प्रशासन इस उपलब्धि को सफलतापूर्वक हासिल करने का लक्ष्य लेकर चल रहा है। इस मेगा इवेंट को सफल बनाने के लिए राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, फैजाबाद और अयोध्या के सभी कॉलेजों के 25,000 से अधिक वालंटियर्स लगे हुए हैं। आयोजन के लिए अवध विश्वविद्यालय नोडल एजेंसी है।
वालंटियर्स को एक लीटर तेल की बोतल दी जाएगी। विश्वविद्यालय ने दीया जलाने के लिए सभी आवश्यक तत्वों की आपूर्ति के लिए एक निविदा प्रक्रिया के माध्यम से एक एजेंसी को काम पर रखा है। दीपोत्सव पर करीब तीन करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसमें वालंटियर्स के लिए दीये, टी-शर्ट और स्नैक्स पर खर्च शामिल है।
योगी सरकार 11 नवंबर को इस दीपोत्सव पर 21 लाख मिट्टी के दीये जलाकर छठा गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का लक्ष्य रखेगी। गौरतलब है कि यह एक नया कीर्तिमान स्थापित करेगा। पिछले साल दीपोत्सव पर अयोध्या के घाटों को 15.76 लाख दीयों से रोशन किया गया था। स्वयंसेवकों ने घाटों पर बक्सों को चिह्नित करना शुरू कर दिया है जहां दीये रखे जाएंगे।
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