देहरादून। दुबई/सऊदी अरब और पाकिस्तान में रह रहे लोगो की तनख्वाह/वेतन (रियाल) को भारतीय मुद्रा में कन्वर्ट करवाने हेतु भारतीय खातों को उपलब्ध कराकर धोखाधड़ी करने के आरोपी को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया। एस०टी०एफ० टीम ने कनाडा में रह रहे व्यक्ति का दोस्त बताकर भारत में उनके माता- पिता से जमीन खरीदने का झांसा देकर धोखाधड़ी के मामले में एक अभियुक्त को राजस्थान से गिरफ्तार किया।
हाल ही में साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को प्राप्त हुआ जिसमें अज्ञात व्यक्तियों द्वारा शिकायतकर्ता देहरादून निवासी को फोन कॉल द्वारा धोखा धड़ी करके 9,40,000/- रु० ठगे गये हैं। शिकायतकर्ता की पत्नी को दिनांक 09.06.2023 को एक नंबर से फोन कॉल आया कि मैं आपके बेटे हरप्रीत का दोस्त सरब बोल रहा हू जो कि कनाडा रहता है। जिससे कि परिवार के लोग परिचित हैं उससे बात की तो सरब के द्वारा कहा गया कि वह एक जमीन लेना चाहता है ओर उसका बजट 80,00,000/- रु० तक हैं और उसने 15,00,000/- रु० की ट्रांसफर रसीद भेजी परंतु खाते में रकम नहीं आयी।
फिर कुछ समय बाद अभियुक्त का फोन आता है कि आप स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, में 2,50,000/- रु० ट्रैवल एजेन्ट गुरू चरण सिंह निवासी कीर्तीनगर, दिल्ली मो० नं०- 8264494746 को दे दो उसकी मां बहुत बीमार है। शिकायतकर्ता विश्वास करते हुये दिनांक 09.06.2023 को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया पटेलनगर देहरादून की एटीएम मशीन में ट्रैवल एजेन्ट द्वारा दिये गये खाते मे नगद जमा करा दिये। इसी प्रकार से भिन्न-भिन्न ट्रांजेक्शन के माध्यम से कुल 9,40,000/- रु0 की धोखाधडी कर लेने सम्बन्धी शिकायत के आधार पर पटेल नगर पुलिस स्टेशन, देहरादून पर मु0अ0स0 307/23 धारा 420,120 बी भादवि बनाम अज्ञात का अभियोग पंजीकृत किया गया तथा विवेचना साइबर क्राईम थाने के अ0उ0नि0 सुनिल भट्ट के सुपुर्द की गयी।
अभियोग में अभियुक्तों के विरुद्ध कार्यवाही हेतु गठित टीम द्वारा घटना में प्रयुक्त मोबाईल नम्बर, तथा अभियुक्तो द्वारा शिकायतकर्ता से प्राप्त धनराशि की जानकारी प्राप्त की गयी तो प्रकाश में आया कि अभियुक्तो द्वारा शिकायतकर्ता से कनाडा में रह रहे बेटे का दोस्त बताकर भारत में जमीन खरीदने का झांसा देकर लाखो रूपये ट्रांसफर के फर्जी मैसेज भेजकर व यकीन दिलाकर विभिन्न खातो में रूपये मंगाकर लाखो की धोखाधडी की गयी ।तकनीकी विश्लेषण के बाद प्रकाश में आया कि संदिग्ध अभियुक्त का राजस्थान से सम्बन्ध होना पाया गया जिसमें टीम को सम्बन्धित स्थानों को रवाना किया गया।
पुलिस टीम द्वारा अथक मेहनत एवं प्रयास से अभियुक्तो द्वारा वादी मुकदमा को जो खाता संख्या व मोबाईल नम्बर दिये थे व धोखाधडी से प्राप्त की गयी धनराशि फर्जी आईडी पर खोले गये बैक खातो में प्राप्त की गयी थी उक्त खातों के खाताधारक की जानकारी प्राप्त की गयी व उक्त खाते का खाताधारक के सम्बन्ध में साक्ष्य एकत्रित करते हुये अभियोग में अभियुक्त धर्मेन्द्र कुमार पुत्र सियोजीराम निवासी वार्ड न0 04, लोसेल, तहसील दतारामगढ़, जिला सीकर, राजस्थान को गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त से घटना में प्रयुक्त 01 मोबाईल फोन रियलमी मय सिम कार्ड, 03 पासबुक बरामद किये गये ।
अपराध का तरीका –
अभियुक्तगण द्वारा वादी को विदेशी नंबर से फोन आना तथा स्वंय को उनका रिश्तेदार अथवा दोस्त बताते हुए जमीन खरीदने के नाम पर 9,40,000 की धोखाधड़ी करना दौराने विवेचना प्रकाश में आया है कि कुछ अभियुक्त द्वारा दुबई/सऊदी अरब में रहते हुए वहां पर कार्य करने वाले भारतीय लोगों की तनख्वाह/ फंड के रूप में प्राप्त होने वाले विदेशी मुद्रा (रियाल) को भारतीय मुद्रा में बदलने के नाम पर उनसे रियाल प्राप्त करना व विदेशो में जॉब कर रहे लोगो के रिश्तेदारो को उनका दोस्त बताकर लाखों रूपये की धोखाधड़ी से भिन्न-भिन्न बैक खातो में प्राप्त कर उक्त धनराशि का प्रयोग करते है । अभियुक्तगणो द्वारा उक्त कार्य हेतु फर्जी सिम, आईडी कार्ड तथा फर्जी खातों का प्रयोग कर अपराध कारित किया जाता है ।
आरोपी ने कबूल किया कि वह अपने दुबई सहयोगियों के साथ मिलकर पाकिस्तान के एजेंटों के साथ मिलकर भारतीय को ठगने का काम करता है। अधिक तकनीकी विश्लेषण से यह साबित हुआ है कि पाकिस्तान और दुबई से जुड़े शुरुआती लिंक हैं जो गिरफ्तार आरोपियों के साथ काम कर रहे हैं।
गिरफ्तार अभियुक्त का नाम
1- धर्मेन्द्र कुमार पुत्र सियोजीराम निवासी वार्ड न0 04, लोसेल, तहसील दतारामगढ़, जिला सीकर, राजस्थान। उम्र – 28 वर्ष
बरामदगी-
1. 01 मोबाईल फोन रियल मी
2. 03 पासबुक
पुलिस टीम- (थाना साईबर क्राईम)
1- उ0नि0 राजीव सेमवाल
2- अ0उ0नि0 सुनिल भट्ट
3 – कानि0 महेश उनियाल
4- कानि0 शादाब अली
तकनीकी सहयोग
1- है0का0 प्रमोद कुमार (STF)
2- कानि0 अनिल कुमार (STF)
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड आयुष अग्रवाल महोदय द्वारा जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के लोक लुभावने अवसरो/फर्जी साइट/धनराशि दोगुना करने व टिकट बुक करने वाले अंनजान अवसरो के प्रलोभन में न आयें । किसी भी प्रकार के ऑनलाईन जॉब हेतु एप्लाई कराने से पूर्व उक्त साईट का पूर्ण वैरीफिकेशन सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलीं भांति इसकी जांच पड़ताल अवश्य करा लें तथा गूगल से किसी भी कस्टमर केयर नम्बर सर्च न करें व शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें।
वित्तीय साईबर अपराध घटित होने पर तुरन्त 1930 नम्बर पर सम्पर्क करें । इसके अतिरिक्त गिरफ्तारी के साथ-साथ साईबर पुलिस द्वारा जन जागरुकता हेतु अभियान के अन्तर्गत हैलीसेवा वीडियो साइबर पेज पर प्रेषित किया गया है। जिसको वर्तमान समय तक काफी लोगो द्वारा देख कर शेयर किया गया है।
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