December 23, 2024

हिम सन्देश

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क्या आप भी बच्चे को जबरदस्ती खिलाते हैं खाना, जान लीजिए इसके गंभीर परिणाम

क्या आप भी बच्चे को जबरदस्ती खिलाते हैं खाना, जान लीजिए इसके गंभीर परिणाम

छोटे बच्चों के खान पान का खयाल रखना काफी जरूरी होता है। बचपन में सही न्यूट्रिशन और पोषण मिलता है तो बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास दोनों सही होता है। इसलिए छोटे बच्चों को पोषक तत्वों से भरपूर चीज खिलाने की सलाह दी जाती है। वहीं कई बार बच्चे खाने में आना-कानी भी करते हैं। ऐसे में कई बार आपने देखा होगा की मां-बाप उसे जबरदस्ती खाना खिलाने की कोशिश करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बच्चों को फोर्स फीडिंग कराना कितना नुकसान देह हो सकता है। आईए जानते हैं बच्चे को जबरदस्ती खाना खिलाने से क्या नुकसान होता है।

जबरदस्ती खाना खिलाने के नुकसान समझिए
1.नवजात बच्चे हो या फिर 4 से 5 वर्ष के बच्चे हो, जब बच्चा खाना खाने से मना कर देता है तो हम उन्हें कई बार डांट कर या फिर किसी चीज की लालच देकर खाना खिलाने की कोशिश करते हैं। ऐसे में बच्चों का खाने से मन ऊचाट हो जाता है। बच्चा दोबारा उस खाने को कभी भी खाना पसंद नहीं करता है। ऐसे में उस खाने से मिलने वाले पोषक तत्व बच्चों को नहीं मिल पाते हैं। बच्चे में भोजन के प्रति दिलचस्पी कम होने लगती है औऱ उसकी नेचुरल भोजन की इच्छा बाधित होती है।

2.जब पेरेंट्स बच्चों को जबरदस्ती खाना खिलाने की कोशिश करते हैं तो बच्चे की ग्रोथ रुक सकती है। दरअसल जब आप जबरदस्ती खाना खिलाते हैं तो बच्चे खाना चबाने की जगह निगलने लगते हैं। ऐसे में खाना शरीर में नहीं लगता इसलिए बच्चों को कभी भी जबरदस्ती खाना नहीं खिलाना चाहिए। बच्चे को जबरदस्ती खाना खिलाते हैं तो वो उल्टी कर देता है और सबकुछ बाहर निकाल देता है। इससे उनका पाचन प्रभावित होता है और पेट संबंधी समस्याएं होती है।

3.अगर आप बच्चे को जबरदस्ती खाना खिलाने की कोशिश करते हैं तो आपका बच्चा चिड़चिड़ापन का शिकार हो सकता है। इससे बच्चों के हेल्थ पर नकारात्मक असर पड़ता है।

4.जबरदस्ती खाना खिलाने की कोशिश में बच्चा ओवर ईटिंग का शिकार हो सकता है जिससे वजन बढ़ सकता है। इसके साथ ही बच्चे एनोरेक्सिया, बुलिमिया जैसे ईटिंग डिसॉर्डर के शिकार हो सकते हैं।

बच्चे को खाना कैसे खिलाएं

बच्चों को हमेशा थोड़े-थोड़े देर में ही खाना खिलाए ताकि बच्चे का खाना से मन भी ना उबे और न्यूट्रिशन भी मिलता रहे। जब भी बच्चों को खाना खिलाएं साथ में खुद भी खाएं ताकी आपका बच्चा आपको देख कर खाने के लिए प्रेरित हो। बच्चों को हमेशा एक जैसा खाना खिलाने से बचें।