सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने कहा है कि यह उनके लिए गर्व की बात है कि उन्हें भारतीय सेना का नेतृत्व करने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना का एक गौरवशाली अतीत रहा है। सेनाध्यक्ष ने कहा कि भारतीय सेना ने राष्ट्र की सुरक्षा और अखंडता को बनाए रखा। उसी तरह इसने राष्ट्र निर्माण में योगदान दिया है। उन्हें रविवार को साउथ ब्लॉक लान में गार्ड आफ आनर दिया गया। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की।
उन्होंने कहा कि भारतीय सेना के विभिन्न हथियारों और सेवाओं से सभी अधिकारियों को करियर और पेशेवर विकास के लिए समान अवसर मिलते हैं। वरिष्ठ नेतृत्व पदों पर, सभी अधिकारी युद्ध के सभी पहलुओं पर प्रशिक्षित और उन्मुख होते हैं।
जनरल मनोज पांडे ने कहा कि उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता संघर्ष के पूरे स्पेक्ट्रम में वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए परिचालन तैयारियों के उच्च मानकों को सुनिश्चित करना होगा। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना केा मजबूती प्रदान करने के लिए उसके आधुनिकीकरण के लिए स्वदेशीकरण के रास्ते पर आगे बढ़ना और तकनीक का पूरा लाभ उठाना होगा। पत्रकारों का संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वो सेना के परिचालन और कार्यात्मक दक्षता को बढ़ाने के लिए काम किया जाएगा। इसके अलावा इंटर सर्विस के बीच सहयोग बढ़ाया जाएगा।
इस मौके पर वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार जनरल मनोज पांडे के साथ मौजद थे। आपको बता दें कि तीनों चीफ अब एनडीए के 61वें कोर्स से हैं।
जनरल ने कहा कि वो अन्य सेना के चीफ को बेहद अच्छी तरह से जानते हैं। उन्होंने विश्वास दिलाया हम तीनों मिलकर काम करेंगे और राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा के लिए चीजों को आगे बढ़ाएंगे।
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