लखनऊ, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कड़े निर्देशों के बाद यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए शासन सक्रिय हो गया है। अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने यातायात व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए 20 हजार और जवानों को ट्रैफिक में लगाये जाने का निर्देश दिया है।
ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए युवा पुलिसकर्मियों को मिलेगा विशेष प्रशिक्षण
- ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए 10 हजार पुलिसकर्मी व 10 हजार होमगार्ड शामिल होंगे। अपर मुख्य सचिव का कहना है कि युवा पुलिसकर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिलाकर जल्द यातायात में लगाया जायेगा।
- इसके साथ ही एडीजी यातायात अनुपम कुलश्रेष्ठ काे प्रतिदिन यातायात व्यवस्था की समीक्षा करने का निर्देश भी दिया गया है।
- लखनऊ-कानपुर राजमार्ग पर लगे भीषण जाम के बाद यातायात प्रबंधन को लेकर बड़े सवाल खड़े हुए थे।
- मुख्यमंत्री ने भी इसे लेकर कड़ी नाराजगी जताई थी। इसके बाद ही लखनऊ के पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर को हटा दिया गया था।
जिलों में यातायात प्रबंधन की तैयार हो रही एसओपी
- डीजीपी डीएस चौहान के निर्देश पर लखनऊ व आसपास के जिलों में यातायात प्रबंधन की एसओपी तैयार की जा रही है।
- इसी कड़ी में अपर मुख्य सचिव, गृह व डीजीपी ने मंगलवार को पुलिस मुख्यालय में अहम बैठक की थी और वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलाें के पुलिस अधिकारियों को यातायात प्रबंधन को लेकर विस्तृत निर्देश भी दिये।
- साथ ही पीओएस मशीनों की संख्या बढ़ाकर यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध चालान की कार्रवाई बढ़ाने का निर्णय भी किया गया है। जल्द करीब 10 हजार और पीओएस मशीनों की व्यवस्था किये जाने का निर्देश भी दिया गया है।
अवैध स्टैंड की रिपोर्ट तलब
अपर मुख्य सचिव, गृह ने सभी डीएम व एसपी से तीन दिनों में अवैध टैक्सी स्टैंड की रिपोर्ट तलब की है। बीते दिनों उनके निर्देश पर प्रदेश में लगभग साढ़े तीन हजार अवैध टैक्सी स्टैंड के विरुद्ध कार्रवाई की गई थी। अपर मुख्य सचिव का कहना है कि पूर्व में की गई कार्रवाई का सत्यापन भी कराया जायेगा।
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