देश के पहले सीडीएस जनरल स्व. बिपिन रावत की जयंती पर बुधवार को उत्तराखंड ने अपने हीरो को याद किया। सोशल मीडिया पर जनप्रतिनिधियों व लोगों ने पोस्ट कर उन्हें याद किया।
निशंक ने भी स्व. बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दी
पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने भी स्व. बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट में लिखा ‘ वीर थे, रणधीर थे, दुर्जेय शूरवीर थे। उत्तराखंड के गौरव, भारत के प्रथम रक्षा प्रमुख और भारतीय थल सेनाध्यक्ष, पद्म विभूषण से अलंकृत स्व. जनरल बिपिन रावत जी की जयंती पर उन्हें अशेष नमन्।’
सीमांत सुरक्षा, राष्ट्रीय सुरक्षा विषय पर व्याख्यान माला का आयोजन
वहीं इस मौके पर दून विवि में सीमांत सुरक्षा, राष्ट्रीय सुरक्षा विषय पर व्याख्यान माला का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने श्रद्धांजलि दी। कहा कि जो देश अपने वीरोंं को भूल जाते हैं वो नष्ट हो जाते हैं। जनरल रावत जनता के जनरल थे, हर्षिल के पास सीमांत गांंव जादो मेंं फिर लोगोंं को बसाने को लेकर उनसे बात हुई थी, वो सहमत थे वो काम आगे बढ़ रहा है।
हमने रैबार कार्यक्रम में प्रदेश के सीमांंत के लिए काफी कुछ किया, जिसमें जनरल रावत का अहम योगदान था। देश भूगोल नहींं कल्चर से बनता। उन्होंने कहा कि भारत- चीन युद्ध में हमने अपनी जमीन खोई। लेकिन डोकलाम में देश ने जनरल बिपिन रावत का पराक्रम देखा।
कार्यक्रम में आइटीबीपी के एडीजी मनोज रावत, ब्रिगेडियर शिवेंद्र सिंह, निदेशक डीआरडीओ, डॉ. बीके दास, लेफ्टिनेंट जनरल सेनि. जयबीर सिंह नेगी आदि मौजूद हैं। विवि की कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल अभी सभी अतिथियों का स्वागत कर रही है। इस मौके पर विवि में रक्तदान शिविर का आयोजन भी किया गया है।
सीडीएस रावत की जयंती पर कुष्ठ रोगियों को किए फल वितरित
सीडीएस रावत की जयंती पर ऋषिकेश में नगर निगम महापौर अनीता ममगाई के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्त्ताओं ने कुष्ठ रोगियों को फल वितरित किए। इस अवसर पर महापौर ने कहा कि सीडीएस स्वर्गीय रावत सदैव देशवासियों के लिए प्रेरणास्रोत रहेंगें।
बुधवार को भाजपा कार्यकर्त्ताओं सहित भजनगढ़ स्थित
कुष्ठ आश्रम पहुंची महापौर ने सेवाभाव के साथ आश्रम में रह रहे कुष्ठ रोगियों को फल वितरित किए। कहा कि जनरल रावत रणनीतिक विचारों के प्रति उत्साही थे। देश के पहले सीडीएस जनरल रावत भले ही आज हमारे बीच नही हैं, लेकिन देश की सेना में बड़े परिवर्तनों के लिए उन्हें सदैव याद रखा जायेगा।
इस दौरान पंकज शर्मा, एचएन सिंह, राजकुमारी जुगलान, रजनी बिष्ट, विवेक गोस्वामी, पवन शर्मा, राजीव गुप्ता, सुजीत यादव, धीरेंद्र कुमार सिंह, नरेंद्र शर्मा, दीनदयाल राजभर, जोनी लाम्बा, प्रिंस गुप्ता, ओम ठाकुर, गजेंद्र राणा, नीरज सहरावत, सुशील भट्ट, सुन्नू रतूड़ी, आशीष नेगी, आशीष कुकरेती, विवेक रावत, संदीप कंडारी, सरोज कुकरेती, संतोष रावत आदि मोजूद रहे।
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