December 23, 2024

हिम सन्देश

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रक्षाबंधन का पावन पर्व आज, 50 साल बाद बना खास योग.. जानिए शुभ मुहूर्त

सनातन (हिन्दू) धर्म के लोगों के लिए आज का दिन (22 अगस्त) खास है। आज के दिन भाई-बहनों का पवित्र त्योहार रक्षाबंधन मनाया जाएगा। साथ ही श्रावणी पूर्णिमा के साथ सावन मास का समापन भी हो जाएगा। आज ही गायत्री जयंती भी मनाई जाएगी।

देश में रक्षाबंधन धूमधाम से मनाया जाता है, ये त्योहार भाई-बहनों के लिए खास है। इस दिन बहनें अपने भाईयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उनके खुशहाल जीवन की कामना करती हैं। माना जाता है कि रक्षाबंधन के मौके पर बहनों को अपनी भाइयों को सही समय पर राखी बांधनी चाहिए। हिंदू पंचांग से जानें खास बातें –

50 साल बाद बनेगा खास संयोग

ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक इस साल की राखी पर चार खास तरह के योग बनते दिख रहे हैं। कहा जा रहा है कि ऐसा लगभग 50 सालों के बाद होगा। इस दौरान रक्षाबंधन पर सर्वार्थसिद्धि, कल्याणक, महामंगल और प्रीति योग एक साथ बनेंगे। जानकारों के मुताबिक आखिरी बार ऐसा संयोग 1971 में हुआ था।

बनेगा गजकेसरी योग

हिंदू पंचांग के मुताबिक राखी के मौके पर चंद्रमा कुंभ राशि में रहेंगे। जबकि, इसी राशि में गुरु भी वक्री चाल में मौजूद रहेंगे। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार गुरु और चंद्रमा की इस युति से रक्षाबंधन पर गजकेसरी योग बन रहा है। शास्त्रों में इस संयोग को बेहद खास माना जाता है।

अन्य ग्रहों का संयोग भी है खास

राखी के खास अवसर पर सूर्य, मंगल और बुध ग्रह एक साथ सिंह राशि में रहेंगे और इस दौरान धनिष्ठा नक्षत्र रहेगा। कहा जा रहा है कि 474 सालों बाद ऐसा योग बनेगा।

जानें शुभ मुहूर्त:
राखी बांधने का समय – सुबह 6 बजकर 15 मिनट से लेकर शाम 5 बजकर 31 मिनट तक
राखी बांधने का सबसे शुभ मुहूर्त – दोपहर 01 बजकर 42 से शाम 4 बजकर 18 मिनट तक
राखी वाले दिन भद्रा अंत का समय – सुबह 06 बजकर 15 मिनट पर

आज के शुभ मुहूर्त: अभिजित मुहूर्त 11 बजकर 58 मिनट से 12 बजकर 50 मिनट तक रहेगा। अमृत काल सुबह 9:34 से सुबह 11:07 मिनट तक होगा। सर्वार्थ सिद्धि योग 7:19 AM से 5:44 AM तक है। सुबह साढ़े 10 तक शोभना योग रहेगा। वहीं, शाम 7 बजकर 40 मिनट तक धनिष्ठा नक्षत्र होगा।