December 23, 2024

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मुख्यमंत्री धामी की घोषणा: अब 100 बच्चों को मिलेगी शिवानंद नौटियाल छात्रवृत्ति

मुख्यमंत्री धामी की घोषणा: अब 100 बच्चों को मिलेगी शिवानंद नौटियाल छात्रवृत्ति

-मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज जन शैक्षिक संवाद कार्यक्रम में कई घोषणाएं की। उन्होंने कहा कि शिवानन्द नौटियाल छात्रवृत्ति में वृद्धि की गई 250 के स्थान पर 1500 रुपए प्रतिमाह मिंगेंगे। इसी तरह श्रीदेव सुमन राज्य मेधावी छात्रवृत्ति में वृद्धि की गई है, 150रुपए के स्थान पर अब 1000 रुपए प्रतिमाह मिलेंगे।

शब्द रथ न्यूज ब्यूरो (shabd rath news)। उत्तराखंड के छात्र-छात्राओं को मिलने वाली शिवानन्द नौटियाल व श्रीदेव सुमन मेधावी छात्रवृत्ति में अब अधिक लाभ मिलेगा। शिवानंद नौटियाल छात्रवृति मात्र 11 बच्चों को मिलती थी, अब यह 100 बच्चों को मिलेगी। साथ ही बच्चों को छात्रवृत्ति के रूप में 250 के स्थान पर 1500 रुपए प्रतिमाह मिंगेंगे। इसी तरह श्रीदेव सुमन राज्य मेधावी छात्रवृत्ति में वृद्धि की गई है, 150 रुपए के स्थान पर अब 1000 रुपए प्रतिमाह मिलेंगे। इसकी घोषणा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार आज जन शैक्षिक संवाद कार्यक्रम में की।

मुख्यमंत्री ने आज राजीव गाँधी नवोदय विद्यालय स्थित वर्चुअल स्टूडियो के माध्यम से ‘जन शैक्षिक संवाद कार्यक्रम’ के तहत विभिन्न क्षेत्रों में स्थित 500 वर्चुअल क्लासरूम के माध्यम से छात्र-छात्राओं, अध्यापकों, अभिभावकों व विद्यालय प्रबन्धन समिति के सदस्यों के साथ बात की। मुख्यमंत्री के साथ प्रदेश के शिक्षा मंत्री अरविन्द पाण्डेय भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने शिक्षा मंत्री के सहयोग से 200 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में 8 विषयों में व्यावसायिक शिक्षा शुरू करने का भी शुभारंभ किया।

शिक्षा मंत्री ने मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि वर्तमान में व्यावसायिक शिक्षा कार्यक्रम से अर्थव्यवस्था और वैश्विक बाजार के विभिन्न क्षेत्रों के लिए शिक्षित, रोजगारपरक और प्रतिस्पर्धी मानव संसाधन तैयार करने में मदद मिलेगी। व्यावसायिक शिक्षा के तहत कक्षा 9-12 में आईटी, ऑटोमोटिव, एग्रीकल्चर, ब्यूटी एण्ड वैलनेस, इलैक्ट्रॉनिक्स एण्ड हार्डवेयर, प्लम्बर, रिटेल व टूरिज्म एण्ड हॉस्पिटिलिटि की कक्षाएं संचालित की जायेंगी। इससे लगभग 10200 बच्चों को लाभ होगा। मुख्यमंत्री ने बच्चों को संदेश दिया कि मिशन में विकल्प की कोई स्थान नहीं होता। बच्चे अपना मिशन निर्धारित करें और उसकी प्राप्ति के लिए एकाग्रता बनाते हुये आगे बढ़ें।

शिक्षा मंत्री ने बताया कि वर्तमान में 189 विद्यालयों को सीबीएसई की मान्यता देते हुए ‘अटल उत्कृष्ट विद्यालयों’ में बड़का गया है। अटल उत्कृष्ट विद्यालयों में हिन्दी माध्यम के साथ ही अंग्रेजी माध्यम से भी पढ़ाई कराई जाएगी। शिक्षा मंत्री ने आश्वासन दिया कि सीबीएसई में कक्षा-9 के पंजीकरण में जो फीस ली जाती है, वह सभी खर्च राज्य सरकार उठाएगी।

मुख्यमंत्री की ओर से की गई घोषणाएं

-शिवानन्द नौटियाल छात्रवृत्ति में बच्चों की संख्या में वृद्धि करते हुए 11 बच्चों के स्थान पर कुल 100 बच्चों को छात्रवृत्ति प्रदान की जायेगी।
-शिवानन्द नौटियाल छात्रवृत्ति में वृद्धि करते हुए रू0 250 के स्थान पर रू0 1500 प्रतिमाह की जायेगी।
-श्रीदेव सुमन राज्य मेधावी छात्रवृत्ति में वृद्धि करते हुए 150 के स्थान पर 1000 रुपए प्रतिमाह की जायेगी।
-प्रत्येक विद्यालय में बालिकाओं के लिए अलग शौचालय की व्यवस्था की जायेगी।
-600 अतिरिक्त विद्यालयों में वर्चुअल क्लास की व्यवस्था की जायेगी।
-राजकीय विद्यालयों में कक्षा-10 व कक्षा-12 में पढ़ रहे सभी बच्चों को ई-टैब दिया जाएगा।

25 हजार लोगों ने देखा कार्यक्रम

जन शैक्षिक संवाद कार्यक्रम का Live प्रसारण 500 वर्चुअल क्लासरूम के अलावा Youtube Link व Zoom Link के माध्यम से भी किया गया। कार्यक्रम से अधिक लोगों तक पहुंचे, इसलिए मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री के Facebook Page पर भी लाइव किया गया। सभी माध्यमों से लगभग 25 हजार लोगों ने कार्यक्रम देखा। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को चार पेक का अभिलेख बांटा गया, उसमें शिक्षा के क्षेत्र में किए गए गत चार वर्षों के काम की जानकारी दी गई है।

ग्राम प्रधान ने की तारीफ

जनसंवाद कार्यक्रम के माध्यम से मुख्यमंत्री ने राइका पौड़ी, राइका खटीमा, राबाइका एैंचौली, राइका लालकुँआ, राबइका कर्णप्रयाग व राइका नौगाँव में मौजूद छात्र-छात्राओं, अभिभभावकों व ग्राम शिक्षा समिति के सदस्यों से बात की। राइका नगरासू, रूद्रप्रयाग में ग्राम प्रधान से स्थापित संवाद में ग्राम प्रधान ने कोविड अवधि में संचालित शिक्षा व्यवस्था की सराहना की। कार्यक्रम में सचिव विद्यालयी शिक्षा राधिका झा, महानिदेशक, विद्यालय शिक्षा बंशीधर तिवारी, निदेशक, माध्यमिक शिक्षा सीमा जौनसारी, निदेशक अकादमिक शोध व प्रशिक्षण राकेश कुँवर, अपर राज्य परियोजना निदेशक डॉ मुकुल कुमार सती आदि मौजूद रहे।