यूक्रेन की पहले के बाद रूस ने भी शांति स्थापना के लिए बातचीत करने का संकेत दिया है। आपको बता दें कि यूक्रेन पर रूस के जबरदस्त हमले के बाद गुरुवार को राष्ट्रपति वोलोदोमीर जेलेंस्की ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के पास फोन किया था, लेकिन इसका उन्हें कोई जवाब नहीं मिला था। इसके बाद रूस ने एक बयान में कहा कि जेलेंस्की ने फोन किया था जिसमें उन्होंने वार्ता की गुजारिश की थी। इसके बाद रूस की तरफ से बातचीत के लिए हामी भरी गई थी, लेकिन रूस इस वार्ता को बेलारूस के मिन्स्कक शहर में करना चाहता है जबकि यूक्रेन इसको पौलेंड के वर्सा में करना चाहता है। रूस ने ये भी कहा था कि ये बातचीत केवल यूक्रेन को एक न्यूट्रल स्टेट घोषित करने को ही होगी। इस पर सहमति नहीं बनने के बाद बातचीत आगे नहीं बढ़ सकी। इस बीच रूस ने बातचीत का संकेत फिर दिया है। लेकिन ये भी साफ कर दिया है कि ये बातचीत केवल उसकी ही शर्तों पर होगी।
हालांकि रूस ने साफ कर दिया है कि वो यूक्रेन पर कब्जा करने के इरादे से ही आगे बढ़ रहा है और वो वहां की मौजूदा सरकार को हटाने की तैयारी में भी है। रूस ने यूक्रेन का साथ देने की बात करने वाले सभी देशों को चेतावनी दे दी है कि यदि उसकी राह में रोड़े अटकाए गए तो विकल्प के तौर पर उसके पास परमाणु हथियार भी हैं जिनका इस्तेमाल करने से उसको कोई परहेज नहीं होगा। रूस के बयानों में सीधा संकेत अमेरिका को लेकर ही दिया गया है। हालांकि रूस की तरफ से अमेरिका का नाम नहीं लिया गया है। इस बीच कीव में जबरदस्त लड़ाई जारी है। बीती रात को कीव में कई जगहों पर बम धमाकों से शहर दहल गया और लोगों की जान आफत में पड़ी रही। रूस की बमबारी से यहां के कई घर बर्बाद हो गए हैं। लोगों को बचने के लिए बंकरों में या तहखाने में शरण लेनी पड़ रही है।
शुक्रवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने एक भावुक वीडियो संदेश जारी किया था जिसमें अपने बचाव में हमला करने की बात कही गई थी। उन्होंने इसके लिए लोगों से तैयार रहने को भी कहा था। इसके बाद कीव के दक्षिण पश्चिम में मौजूद वेसलकीव एयरबेस पर बमबारी हुई है। इस बीच यूक्रेन ने कहा है कि उसने रूस के एक ट्रांसपोर्ट विमान को भी मार गिराया गया है। हालांकि रायटर्स ने इसकी कोई पुष्टि नहीं की है। कीव में रहने वाले लोगों से यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने यहां तक कहा है कि वो रूसी सैनिकों पर हमले के लिए पेट्रोल बम बनाकर तैयार रखें।
रूस की तरफ से यूक्रेन के सेनिकों को ये भी चेतावनी दी गई है कि वो ढाल के तौर पर नागरिकों का इस्तेमाल न करें। सुरक्षा परिषद के साथ हुई वार्ता में रूस ने साफ कहा है कि यूक्रेन किसी भी सूरत से नाटो का सदस्य नहीं बनेगा। उसको क्रीमिया को रूस का हिस्सा मानना होगा।
More Stories
हिंद प्रशांत में देशों का सहयोग ज्यादा संसाधन जुटाने में अहम साबित हो सकता है- विदेश मंत्री एस. जयशंकर
कनाडा में हिंदू समुदाय के लोगों पर मंदिर के बाहर खालिस्तानियों ने लाठी-डंडों से किया हमला
भारत युद्ध नहीं, बल्कि संवाद और कूटनीति का समर्थन करता है – प्रधानमंत्री मोदी