उत्तराखंड में तीन मई से प्रारंभ होने जा रही चारधाम यात्रा के लिए चारों धामों में प्रतिदिन दर्शनार्थियों की संख्या निर्धारित कर दी गई है। शासन ने शनिवार को इस संबंध में आदेश जारी कर दिए। इसके अनुसार यह व्यवस्था यात्राकाल के प्रथम 45 दिन के लिए होगी। बदरीनाथ धाम में सर्वाधिक 15000 और यमुनोत्री में सबसे कम 4000 लोग प्रतिदिन दर्शन कर सकेंगे।
कोरोना संकट के कारण दो साल तक प्रभावित रही चारधाम यात्रा में इस बार परिस्थितियां अनुकूल होने से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। अभी तक 2.86 लाख लोग चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण करा चुके हैं।
प्रतिदिन के लिए दर्शनार्थियों की संख्या निर्धारित
राज्य की भौगोलिक परिस्थितियों, धामों में श्रद्धालुओं की दर्शन क्षमता और मंदिर परिसरों की क्षमता को देखते हुए प्रतिदिन के लिए दर्शनार्थियों की संख्या निर्धारित की गई है। बीते दिवस मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिए गए निर्णय के क्रम में सचिव संस्कृति, धर्मस्व, तीर्थाटन प्रबंधन एवं धार्मिक मेला हरि चंद्र सेमवाल ने शनिवार को इस संबंध में आदेश जारी कर दिए।
कहां कितने श्रद्धालु करेंगे दर्शन
धाम- संख्या
बदरीनाथ- 15000
केदारनाथ- 12000
गंगोत्री- 7000
यमुनोत्री- 4000
पंजीकरण कराना अनिवार्य
चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं को पंजीकरण कराना अनिवार्य है। श्रद्धालु पर्यटन विभाग की वेबसाइट https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/ पर आनलाइन पंजीकरण करा सकते हैं। इसके साथ ही आफलाइन पंजीकरण के लिए 15 केंद्र खोले जाने हैं। फिलहाल ऋषिकेश, हरिद्वार, सोनप्रयाग और पाखी में आफलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की गई है।
मास्क पहनना अनिवार्य
यात्रा के दौरान कोविड सम्यक व्यवहार आवश्यक है। इसके तहत मास्क व सैनिटाइजर का उपयोग अनिवार्य है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से समय-समय पर जारी कोविड प्रोटोकाल का अनिवार्य रूप से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाएगा।
रात में छह घंटे बंद रहेगा आवागमन
यात्रा के दौरान राज्य में आने वाले तीर्थ यात्रियों की जान-माल की सुरक्षा के मद्देनजर यात्रा मार्गों पर रात्रि 10 बजे से सुबह चार बजे तक वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। शासन द्वारा जारी आदेश में भी यह प्रविधान किया गया है।
फिलहाल नहीं कोई पाबंदी
सरकार ने अन्य राज्यों से आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए फिलहाल कोरोना जांच की निगेटिव रिपोर्ट अथवा अन्य कोई पाबंदी नहीं लगाई है। यानी, अन्य राज्यों के लोग बेरोकटोक यहां आ-जा सकेंगे।
चारधाम यात्रा मार्गों से लगे नगरों में आज से तीन चरणों में सफाई
चारधाम यात्रा के दौरान सरकार स्वच्छता पर विशेष ध्यान केंद्रित करने जा रही है। इस कड़ी में यात्रा मार्गों से लगे सभी नगरों में रविवार से तीन चरणों में सफाई होगी। शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने विभागीय निदेशक से यात्रा की तैयारियों के संबंध में जानकारी लेने के साथ ही आवश्यक निर्देश दिए।
कैबिनेट मंत्री अग्रवाल ने निदेशक शहरी विकास ललित मोहन रयाल से कहा कि चारधाम यात्रा मार्गों से लगे नगरों में साफ-सफाई के मामले में किसी भी प्रकार की कोताही न हो। उन्होंने कहा कि इन नगरों में कीटनाशक दवाओं का छिड़काव भी रविवार से शुरू कर दिया जाए। स्वच्छता से जुड़े इन कार्यों की नियमित रूप से मानीटरिंग होनी चाहिए। इसके लिए प्रत्येक निकाय में एक कर्मचारी की ड्यूटी लगाने के निर्देश भी उन्होंने दिए।
विभागीय मंत्री ने यह भी कहा कि निकायों में कूड़ा उठान का कार्य दिन में करने की बजाय रात्रिकाल में होना चाहिए। इससे स्थानीय निवासियों के साथ ही यात्रियों को परेशानी नहीं होगी और यहां आने वाले यात्री अच्छी छवि लेकर जाएंगे। उन्होंने चिन्यालीसौड़, तिलवाड़ा सहित अन्य स्थानों पर आवश्यकतानुसार मोबाइल टायलेट की व्यवस्था करने के निर्देश निदेशक को दिए। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) की जानकारी भी ली और लक्ष्य प्राप्ति के लिए तेजी से कदम उठाने को कहा।
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