नई दिल्ली, नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सोमवार को ईडी दफ्तर में पेश हुए। ईडी द्वारा राहुल गांधी को समन जारी किए जाने के खिलाफ कांग्रेस ने देशभर में कई जगहों पर प्रदर्शन किया। दिल्ली में भी कांग्रेस शासित कई राज्यों के मुख्यमंत्री और नेता जुटे हुए थे। कांग्रेस नेताओं के साथ राहुल गांधी ने पार्टी दफ्तर से ईडी कार्यालय तक मार्च निकाला। इस दौरान कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला किया। कांग्रेस नेताओं ने केंद्र सरकार पर एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया है।
वहीं, कांग्रेस के आरोपों पर भाजपा ने पलटवार किया है। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने सोमवार को एक प्रेस कांफ्रेंस कर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। केंद्रीय मंत्री ने कहा ‘जो बेल पर हैं उन्होंने घोषणा की है कि आओ दिल्ली को घेरो, क्योंकि हमारा भ्रष्टाचार पकड़ा गया है। एक इन्वेस्टिगेशन एजेंसी पर दबाव डालने के लिए कांग्रेस शासित वरिष्ठ नेताओं को विशेष आमंत्रित किया गया है। एक इन्वेस्टिगेशन एजेंसी पर खुलेआम दबाव डालने वाली कांग्रेस की इस रणनीति को आप क्या नाम देंगे? भ्रष्टाचार के मुद्दों पर राहुल गांधी को तलब किया गया है, उन विषय पर विचार करें?’
स्मृति ने आगे कहा कि कंपनी बनाई जाती है समाज की सेवा के लिए, लेकिन समाज की सेवा नहीं बल्कि वो कंपनी केवल गांधी परिवार की सेवा तक सीमित हो जाती है। आज जो लोग इन्वेस्टिगेशन एजेंसी पर दबाव डालना चाहते हैं, उनका ध्यान आकृष्ट करूंगी, दिल्ली हाई कोर्ट के 2019 एक जजमेंट के वाक्य पर, ‘AGL के ऊपर राहुल और सोनिया गांधी जी का मालिकाना हक गैरकानूनी तौर पर संपत्ति पर अधिकार जमाने का एक प्रयास है।
गांधी परिवार की दो हजार करोड़ की संपत्ति को बचाने की कोशिश
स्मृति ने कहा कि आज जो गतिरोध कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता राहुल गांधी के बुलावे पर कर रहे हैं, मैं देश को बताना चाहूंगी कि ये लोकतंत्र को बचाने का प्रयास नहीं, बल्कि गांधी परिवार की 2,000 करोड़ की संपत्ति को बचाने का प्रयास है।
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