December 24, 2024

हिम सन्देश

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कश्मीर में एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए सुरक्षाकर्मियों को बुलेट प्रूफ वाहन उपलब्ध कराए जाएंगे: आइजीपी

कश्मीर में एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए सुरक्षाकर्मियों को बुलेट प्रूफ वाहन उपलब्ध कराए जाएंगे: आइजीपी

कश्मीर में एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए सुरक्षाकर्मियों को बुलेट प्रूफ वाहन उपलब्ध कराए जाएंगे। आतंकवादियों ने योजनाबद्ध तरीके से इस हमले को अंजाम दिया। आतंकी जानते थे कि रोजाना बस में बैठ ये सुरक्षाकर्मी इसी रास्ते से गुजरते हैं। यही नहीं उन्होंने इस हमले को उस समय अंजाम दिया जब रोड ओपनिंग दल हटा लिए गए थे। परंतु मैं यह आतंकी संगठनों को स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि हमारे जवानों पर हमला करने वाले आतंकवादी, जहां कहीं भी छुपे होंगे, उन्हें ढूंढ निकाला जाएगा। जल्द ही वे हमारे शिकंजे में होंगे। हमने उनकी पहचान कर ली है। इस हमले को तीन आतंकवादियों ने अंजाम दिया और इनमें दो पाकिस्तानी, जबकि एक स्थानीय आतंकी शामिल था। स्थानीय आतंकी को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा और जल्द ही पूरे समूह को खत्म कर दिया जाएगा।

श्रीनगर पंथाचौक आतंकी हमले में बलिदान होने वाले कांस्टेबल रमीज अहमद बाबा को श्रद्धांजलि देने के बाद आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने कहा कि हमलावरों ने पहले से ही इलाके की रेकी कर इस हमले को अंजाम दिया। हमला तब हुआ जब सुरक्षाबलों के रोड ओपनिंग दलों को हटा लिया गया था। उनका मकसद पहले पुलिसकर्मियों को मारना फिर उनके हथियार लूटकर ले जाना था परंतु घायल होने केे बावजूद जवानों ने आतंकवादियों का डटकर मुकाबला किया और उनके मकसद को नाकाम बना दिया। जवाबी फायरिंग में एक आतंकी घायल भी हुआ है।

यह पूछने पर कि क्या हमलावरों के बारे में कोई सुराग मिला है, इस पर आइजीपी ने कहा कि हमले को अंजाम देने वाले कश्मीर टाइगर्स जो कि जैश-ए-मोहम्मद का ही एक अलग गुट है, के आतंकियों की धरपकड़ के लिए सुरक्षाबलों का अभियान जारी है। जैसा कि मैंने आपको पहले ही बताया कि तीन आतंकवादियों में से एक हमारे लोगों द्वारा जवाबी कार्रवाई में घायल हो गया था, उसके खून के निशान पांपोर में मिले हैं। वहां से आतंकियों का यह समूह पुलवामा के त्राल भाग गया है। हमारे पास अन्य सुराग भी हैं। हम जल्द ही समूह का पता लगा लेंगे।

आइजीपी ने बताया कि पंथाचौक आतंकी हमले में अभी तक तीन जवान बलिदान दे चुके हैं, जबकि 11 जवानों का इलाज चल रहा है। पुलिस व सेना का एक संयुक्त दल समूह का पीछा कर रहा है। आइजीपी विजय कुमार ने बताया कि बस में पुलिस सशस्त्र बल की एआरपी 9 बटालियन के 25 पुलिसकर्मी बैठे हुए थे।